*एक व्यक्ति के अपराध के बहाने पूरे मदरसा व्यवस्था को निशाना बनाना अनुचित- कांग्रेस*
बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी) नक़ली नोट मामले में कांग्रेस पार्टी के क़ौम परस्त रहनुमा की हैसियत से जिला कांग्रेस कमेटी बुरहानपुर के प्रवक्ता शेख रुस्तम और एमआईएम के रहनुमा एवं सीनियर एडवोकेट ज़हीर उद्दीन शेख़ ने एक चैनल पर डिबेट के माध्यम से मुस्लिम समाज का बचाव करने में सामने आए हैं। उक्त दोनों के अलावा मुस्लिम नेतृत्व सिर्फ बराए नाम रह गया है। ज़िला कांग्रेस कमेटी बुरहानपुर शहर के प्रवक्ता शेख रुस्तम के अनुसार खंडवा जिले में एक मदरसे से जुड़े व्यक्ति के कमरे से नक़ली नोट बरामद होने की घटना निंदनीय है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए। लेकिन इस घटना को आधार बनाकर समस्त मदरसों को संदेह के घेरे में लेना या उनकी सामूहिक जांच की मांग करना पूरी तरह अनुचित, भेदभावपूर्ण और संवैधानिक मूल्यों के विपरीत है।
ज़िला कांग्रेस कमेटी बुरहानपुर के प्रवक्ता शेख रुस्तम ने कहा : कोई भी व्यक्ति क़ानून से ऊपर नहीं होता और अपराध किसी व्यक्ति का होता है। धर्म या संस्था का नहीं। भाजपा और उससे जुड़े कुछ कट्टरपंथी संगठनों द्वारा सभी मदरसों को निशाना बनाना समाज में अविश्वास और भय का वातावरण बनाने की सोची-समझी राजनीतिक कोशिश प्रतीत होती है।
मदरसों ने दशकों से शिक्षा, संस्कार और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। ज़िला कांग्रेस कमेटी बुरहानपुर प्रवक्ता ने आगे कहा घटना की इस आधार पर पूरे समुदाय या संस्था को बदनाम करना न केवल अन्यायपूर्ण है बल्कि देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने के लिए भी हानिकारक है। अपराध की जांच होना चाहिए । अपराध के लिए धर्म या किसी संस्था को दोषी ठहरना संविधान और न्याय की भावना के विपरीत है। नकली नोट के प्रकरण में आखिर एक गैर मुस्लिम को भी आरोपी बनाया गया है तो फिर कैसे इस पूरे प्रकरण को लेकर मदरसों को संदेह के दायरे में लाया जा रहा है।
कांग्रेस पार्टी निष्पक्ष जांच का समर्थन करती है, पर साथ ही यह भी मानती है कि न्याय की प्रक्रिया में किसी भी धर्म या शैक्षणिक संस्था के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए।
*शेख रुस्तम ,प्रवक्ता*
*जिला कांग्रेस कमेटी बुरहानपुर*

केशरसिह पालवी
दैनिक बैतूल न्युज
संपादक. 9424615699


