*ट्रैफिक पुलिस के नौजवान ने बुजुर्ग की मदद कर पेश की मानवता की मिसाल*
( दैनिक बैतूल न्यूज )
*गड्ढे में गिरा बुजुर्ग व्यक्ति बाल बाल बची जान*
*घटना देखकर जय बजरंग सेना पदाधिकारियों में आक्रोश*
बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी) पर्यटन नगरी बुरहानपुर बनी गड्ढे का शहर। गड्ढे ही गड्ढे रोड पर दिखाई रहे हैं आप देख सकते हो कि गड्ढों के कारण कितने लोगों ने जान गंवाई ? हम बात करें कि अगर गड्ढे नहीं होते, तो हो सकता था कि पहले कुछ युवकों की जान गई उनकी जान बचाई सकती थी। आज सिंधी बस्ती पुलिया पर शनिवार 30 अगस्त दोपहर में एक बुजुर्ग गड्ढों के कारण नीचे गिर गया। मुंह पर चोट आई। वह सलामत रहा कि पीछे से वाहन आता देख रुक गया। नहीं तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। बुज़ुर्ग के साथ ट्रैफिक पुलिस जवान भी पीछे आ रहा था। जवान ने उस बुजुर्ग को उठाया उठाया और गाड़ी पर बैठाया और कहा कि आप अस्पताल चलो ? लेकिन वह व्यक्ति बार-बार कहा रहा था कि मैं नहीं जाना चाहता हॉस्पिटल। क्यों कि मेरा कोई आगे पीछे नहीं है। अगर मेरी जान जाती तो बुरहानपुर के जनता को कम से कम यह संदेश तो मिलता कि गड्ढे के कारण मेरी भी जान गई। लोग सोशल मीडिया पर भी अपना गुस्सा दिखाते ? लेकिन बुरहानपुर में गड्ढे भरने का कार्य मात्र नाम और दिखावे के लिए हो रहा है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। गड्ढे नहीं भरे नही जा रहे हैं। मात्र दिखावे के लिए गड्डो का भरभराव किया जा रहा है लेकिन बाकी जगह गड्ढे वैसे की वैसे हैं । बुरहानपुर शहर में सांसद विधायक, महापौर और निगम अध्यक्ष और सभी गणमान्य जन प्रतिनिधि जिले में हैं । बुरहानपुर शहर में करोड़ों रुपए का विकास कागज़ी कार्यवाही में ही बताया जा रहा है लेकिन ज़मीनी हकीक़त कुछ और ही है। यह गड्ढे खोल रहा है पोल ? कैसे गड्ढे में युवक गिर रहे हैं ? कुछ ऐसे नेता है जो अपनी रोटी सेकने में लगे हैं लेकिन गड्ढों के तरफ ध्यान नहीं है। जय बजरंग सेना के जिला अध्यक्ष अनिल महाजन, जिला संरक्षक प्रीतम महाजन एवं जिला सचिव संदीप भाल सिंग वहां से गुजर रहे थे उन्होंने देखा कि एक बुजुर्ग गड्ढे में गिरा होकर वो क्रोधित होकर चिल्ला चोट करने लगा। कुछ लोगों ने उस बुजुर्ग के गिरने पर वीडियो भी बनाने लगे। बुजुर्ग ने कहा गड्ढे भरे जाना चाहिए। मेरे जैसे कई लोग रास्ते से चलते हुए गिर रहे हैं। किसी युग की या माता बहन की दुर्घटना नहीं होगी लेकिन गड्ढे के कारण जिले में बहुत बड़ा दुर्घटना घट रही है।

केशरसिह पालवी
दैनिक बैतूल न्युज
संपादक. 9424615699


