“कृषक खाद की समस्या घोड़ाडोंगरी में बरकरार, किसान हों रहे परेशान, जाकीर भारतीय”
घोड़ाडोंगरी क्षेत्र के निजी कृषि दुकानो में खाद की हो रही कालाबाजारी, प्रशासन मौन, सरकार के क्या कहने, डबल इंजन की सरकार अपने ही अंधी भक्ति वाले अंदाज में कर रही देश, प्रदेश में कार्य, अंधेभक्त खुश, बुद्धिजीवियों का सीधा मरण, जिम्मेदार कौन”
“ज़ुवाडी क्षेत्र के किसानों ने खाद की समस्या के लिए आवेदन के माध्यम से घोड़ाडोंगरी कृषि उप संचालक को दिया एक सप्ताह का समय, अन्यथा किसान खाद के लिए आंदोलन करने को होंगे मजबूर”
“घोड़ाडोंगरी:” बैतूल जिले भर में किसानों को खाद के लिए शासन प्रशासन का कृषि खाद के लिए ढुलमुल रवैया या कहे नाकामी के चलते किसान निजी कृषि दुकान दारों द्वारा ठगते हुए देखा जा सकता है। चुके घोड़ाडोंगरी क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में यूरिया खाद की भारी किल्लत के चलते किसान हों रहे परेशान। जिसको लेकर जूवाडी कोयलारी के किसानों ने स्थानीय जनप्रतिनिधि सरपंच श्री धुर्वे, सामाजिक कार्यकर्ताओ के साथ ही भारी संख्या में किसानों का दल कृषि विभाग के दफ्तर घोड़ाडोंगरी पहुंचा। जहां कृषि संचालक कार्यालय से नदारद दिखे वही कृषि उपसंचालक घोड़ाडोंगरी श्री कासदे को आवेदन सौप कर खाद की समस्या से अवगत कराते हुए 7 दिन के भीतर खाद की समस्या का निराकरण करने की मांग की है। गरचे सात दिन के भीतर खाद की समस्या का निराकरण नहीं किए जाने की स्थिति में क्षेत्रीय किसानों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होंगी। चुकी किसान निर्धारित दाम 266 रुपये की जगह 700, 800 रुपये प्रति बोरा यूरिया खाद खरीदने को मजबूर हो रहे हैं। खुल्लम खुल्ला खाद की कालाबाजारी के चलते किसान परेशान हैं। जूवाडी जनप्रतिनिधि एवं किसानों ने बताया कि यूरिया खाद की काला बाजारी दिनदहाड़े चल रही है। वही कृषि विभाग द्वारा किसानों के मांग के अनुरूप खाद की आपूर्ति नहीं की जा रही। कृषि विभाग पता नहीं कहा खाद का गोलमाल कर रहा समझ से परे हैं। वही जिस का सीधा सीधा लाभ स्थानीय कृषि दुकानदार पूरी काली ईमानदारी के साथ उठा रहे हैं। निजी दुकानदारों के द्वारा मनमाने दाम से खाद की बिक्री धड़ल्ले से कर रहे है। किसान सुरेश उइके ने बताया कि हम लगातार कई दिनों से खाद की दुकान का चक्कर लगा रहे हैं। किंतु यूरिया खाद नहीं मिल पा रहा और निजी दुकानों पर 266 का 700 से 800 तक एक यूरिया के बोरे का दाम बताया जा रहा है। आखिर किसान जब खाद नहीं मिलेगा तो अपनी खेती किसानी कैसे करेंगा। कई किसानों ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को रियायती दर पर खाद उपलब्ध कराई जा रही है। किंतु बाजार में दुकानदारों के द्वारा ऊंची कीमत पर किसानों को खाद विक्रय किया जा रहा है। किसानों ने सरकार द्वारा निर्धारित दर पर यूरिया खाद उपलब्ध कराने की गुहार कृषि उपसंचालक घोड़ाडोंगरी से लगाई, साथ ही किसानों ने यूरिया खाद की स्थानीय निजी दुकानदारों द्वारा बिक्री किए जाने की जांच की मांग करते हुए, जांच में दोषी पाए जाने पर दोषी दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई करने की इच्छा जताई है।

केशरसिह पालवी
दैनिक बैतूल न्युज
संपादक. 9424615699


