*दिल्ली की प्राचीन साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रतिनिधि संस्था “नई आवाज़” के ज़ेरे-एहतेमाम “एक शाम डॉक्टर जलील बुरहानपुरी के नाम” से आल इंडिया मुशायरा और एवार्ड फ़ंक्शन का आयोजन संपन्न हुआ*
दिल्ली (इक़बाल अंसारी ):देश की राजधानी दिल्ली में दिल्ली की प्रसिद्ध प्राचीन साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रतिनिधि संस्था “नई आवाज़” के तत्वावधान में तस्मिया ऑडिटोरियम, जामिया नगर में एवार्ड समारोह और “एक शाम डॉक्टर जलील बुरहानपुरी के नाम” से अखिल भारतीय मुशायरे का आयोजन किया गया। इस बाविक़ार प्रोग्राम की सदारत दिल्ली की मशहूर अदबी, समाजी शख्सियत तथा तस्मिया ऑल इंडिया एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष आली जनाब डॉ. सैयद फारूक साहब ने की।
इस महफ़िल में दिल्ली पुलिस विभाग में डीसीपी के गरिमामय पद पर पदस्थ प्रसिद्ध शायर और अदब नवाज़ शख्सियत श्री जीतेंद्र मणि त्रिपाठी (आईपीएस) ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की, जबकि ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के संस्थापक सदस्य जनाब फिरोज़ अहमद सिद्दीकी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया।
समारोह में बुरहानपुर के अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त शायर, बुरहानपुर रत्न डॉ. जलील बुरहानपुरी का दिल्ली की पुरानी परंपरा के अनुसार बड़े उत्साह और सम्मान के साथ पुर जोश स्वागत किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जनाब डॉ. सैयद फारूक साहब ने डॉ. जलील बुरहानपुरी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया, वहीं आईपीएस श्री जीतेंद्र मणि त्रिपाठी ने उन्हें सुंदर शील्ड और सिपासनामा भेंट किया।
एवार्ड फंक्शन का संचालन मोहतरमा आबगीना आरिफ़ दिल्ली ने किया, जबकि मुशायरे की निज़ामत (संचालन) का ज़िम्मेदारी बच्चों का डाइजेस्ट मासिक पत्रिका सलाहकार (नई दिल्ली) के संपादक और शायर हामिद अली अख़्तर ने बखूबी निभाया।
इस अवसर पर “नई आवाज़” के संस्थापक महासचिव, अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त शायर और नाज़िम-ए-मुशायरा जनाब एजाज़ अंसारी ने सभी सम्मानित अतिथियों को गुलदस्ते और स्मृति-चिह्न देकर सम्मानित किया।
विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली शख्सियात को अध्यक्ष डॉ. सैयद फारूक ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया और आईपीएस श्री जीतेंद्र मणि त्रिपाठी ने उन्हें नई आवाज़ एवार्ड और प्रमाणपत्र प्रदान किए।
सम्मानित व्यक्तियों में शामिल हैं —
डॉ. सज्जाद सैयद (शायरी), डॉ. मोहम्मद रफ़ी (फिज़ियोथेरेपी), एस.टी. रज़ा (पत्रकारिता), डॉ. हनीफ़ अहमद (डेंटिस्ट्री), खलील असलम कुरैशी, भोपाल (उर्दू के प्रचार-प्रसार हेतु), डॉ. अजीत कुमार ठाकुर (मेडिसिन एवं क्रिटिकल केयर), प्रसिद्ध शायर कशिश वारसी (राष्ट्रवाद) और वसीम अंसारी।
मुशायरे की शुरुआत मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से की गई।
इस मुशायरे में भाग लेने वाले प्रमुख शायर थे —
आईपीएस श्री जीतेंद्र मणि त्रिपाठी, डॉ. सज्जाद सैयद, खुमार देहलवी, राशिदा बाकी हया, खलील असलम कुरैशी (भोपाल), पैकर पानीपती (पानीपत), हामिद अली अख़्तर (दिल्ली), अब्दुल जब्बार शारिब (झांसी), शुएब अली खान शाद (भोपाल), सरवर हबीब (भोपाल), इक़बाल अंसारी आइना (मुंबई), समर बच्छरायूनी, मोहतरमा सबा अज़ीज़ (दिल्ली), अबूज़र नवेद (दिल्ली), आबगीना आरिफ (दिल्ली), राम श्याम हसीन (दिल्ली), अस्लम बेताब (दिल्ली), परवीन शगफ़ (दिल्ली) तथा कन्वीनर ए मुशायरा एजाज़ अंसारी।
कार्यक्रम के समापन पर एवार्ड कमेटी और “नई आवाज़” के चेयरमैन फिरोज़ अहमद सिद्दीकी ने सभी अतिथियों, एवार्ड प्राप्तकर्ताओं, शायरों और श्रोताओं का हार्दिक धन्यवाद अदा किया।
विशेष दर्शकों में “नई आवाज़” के संस्थापक सदस्य अब्दुल हक़, फ़हीम अख़्तर, हिफ़्ज़ुर्रहमान, शाहिद जमाल और वाहिद अली के नाम उल्लेखनीय रहे।
“नई आवाज़” के इस यादगार आयोजन में “एक शाम डॉ. जलील बुरहानपुरी के नाम” के साथ ही बुरहानपुर के शायर इक़बाल अंसारी आईना (जो वर्तमान में मुंबई, महाराष्ट्र में निवास करते हैं) को दिल्ली के ऐतिहासिक तस्मिया ऑडिटोरियम में देश की नामचीन साहित्यिक और सामाजिक हस्तियों के बीच परिचित कराकर जनाबे एजाज़ अंसारी ने एक नई ऐतिहासिक मिसाल कायम की है। इस साहित्यिक उपलब्धि को इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।

केशरसिह पालवी
दैनिक बैतूल न्युज
संपादक. 9424615699


