*मजदूर यूनियन और भीम सेना के संयुक्त प्रयास से नवरात्रि में गरीब निराश्रितों को फलों का वितरण: सामाजिक समरसता की अनूठी पहल*
बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी) माता रानी के पावन नवरात्रि पर्व के शुभ अवसर पर शनिवार को मज़दूर यूनियन अध्यक्ष समाज सेवी ठाकुर प्रियांक सिंह, भीम सेना अध्यक्ष सचिन गाढ़े, आयुष भावसार, आकाश गायकवाड, अन्य ने शहर की विभिन्न झोपड़पट्टियों में जाकर गरीब और निराश्रित परिवारों को फलों का वितरण किया। यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्सव की भावना को मजबूत करने का माध्यम बना, बल्कि समाज के वंचित वर्गों तक मदद पहुंचाने की एक प्रेरणादायक मिसाल भी स्थापित की।
कार्यक्रम का प्रारंभ शहर के प्रमुख झोपड़पट्टी क्षेत्रों, स्लम एरिया और अन्य पिछड़े इलाकों के दौरे से हुआ। सामाजिक कार्यकर्ताओं के समूह ने केले, मोसंबी, संतरे और अन्य मौसमी फलों का वितरण किया जो विशेष रूप से गरीब बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के पोषण को ध्यान में रखकर किया गया।
ठाकुर प्रियांक सिंह, जो मजदूर यूनियन के अध्यक्ष व समाज सेवी हैं और लंबे समय से श्रमिकों के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, ने इस अवसर पर कहा: “नवरात्रि का पर्व हमें देवी की शक्ति से प्रेरित करता है कि हम समाज के कमज़ोर तबके की सेवा करें। आज का यह वितरण कार्यक्रम एक छोटा सा प्रयास है हमारा लक्ष्य है कि ऐसे आयोजन नियमित रूप से होना चाहिए। मजदूर यूनियन हमेशा से सामाजिक न्याय और समानता के लिए प्रतिबद्ध रही है, और यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक कदम है।”
भीम सेना के अध्यक्ष सचिन गाढ़े, जो दलित और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए सक्रिय हैं, ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “डॉ. भीमराव अम्बेडकर की शिक्षाओं से प्रेरित होकर हमने यह निर्णय लिया कि नवरात्रि जैसे पर्व पर हम उन लोगों की मदद करें जो दैनिक मजदूरी पर निर्भर हैं और जिन्हें पौष्टिक आहार की कमी है। फलों का वितरण न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि यह सामाजिक एकता को भी मजबूत करता है। हम अन्य संगठनों से भी अपील करते हैं कि वे ऐसे कार्यों में शामिल हों।”
आयुष भावसार और आकाश गायकवाड ने कार्यक्रम के दौरान स्थानीय निवासियों से उनकी दैनिक समस्याओं पर चर्चा की। कई परिवारों ने बेरोजगारी, शिक्षा की कमी और स्वास्थ्य सेवाओं की अनुपलब्धता जैसी मुद्दों को उठाया। टीम ने इन समस्याओं को नोट किया और भविष्य में इन पर कार्य करने का आश्वासन दिया। एक स्थानीय निवासी, सुमन बाई ने कहा, “ऐसे आयोजन हमें उम्मीद देते हैं। हमारे बच्चे खुश हैं कि उन्हें ताजे फल मिले।”
यह कार्यक्रम मजदूर यूनियन और भीम सेना के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था, जिसमें स्थानीय स्वयंसेवकों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस प्रकार का सामाजिक कार्य न केवल नवरात्रि की धार्मिक भावना को साकार करता है, बल्कि समाज में समानता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देता है। आयोजकों ने बताया कि नवरात्रि के अलावा अन्य त्योहारों जैसे दिवाली, होली, बाबा साहब जयंती पर भी ऐसे वितरण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा, शिक्षा और रोजगार संबंधी कार्यशालाओं की योजना बना रहें हैं ताकि झोपड़पट्टी क्षेत्रों में स्थायी विकास हो सके।

केशरसिह पालवी
दैनिक बैतूल न्युज
संपादक. 9424615699


