“पंचायती राज में सचिव के साथी इंजीनियर और सरपंच कर रहे निर्माण कार्य में खेल, जाकीर की कलम”
“अनकावाडी ग्राम पंचायत में सीसी सड़क निर्माण कार्य कामदा कवडे के घर से टूवेल तक चल रहा, सामग्री एवं निर्माण बेस में खेल तराई के क्या कहने पंचायती राज के आका मौन”
पंचायती कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के साथ ही विकास परियोजना ओं की देखरेख करने के लिए इंजीनियर जिम्मेदार होता है।
“घोड़ाडोंगरी:” “एय पंचायती राज वालों शांत रहने वाले ग्रामीणों को सीधा समझने की भूल न करें, अक्सर देखा गया राख के नीचे एक आग सी छिपी रहती हैं, चुके कहना है भटक रहे हो निर्माण कार्य में, मंजिल का ठिकाना नहीं रहेंगा, ले जा रही जिंदगी तुम्हे वहां जहां सही सा ठिकाना नहीं रहेंगा” पंचायती विभाग घोड़ाडोंगरी किसी न किसी ग्राम पंचायत में कार्य के प्रति चर्चा में बनी रहती हैं। चुके इन दिनों कई ग्रामों में विकास के नाम पर लाखों रुपए की धन राशि को पलीता लगाने का कार्य में धांधली कर बड़े ही जोरों शोरों के साथ चल रहा शायद पंचायती राज में कोई सानी नहीं क्षेत्र वासियों को प्रतीत होने लगा है। चुके पंचायती राज में सरपंच दैनिक कार्यों को चलाने और सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए यह महत्व पूर्ण जनप्रतिनिधि होता है। सरपंच सरकार के विकास से संबंधित कार्यों को क्रियान्वित करने में भी अहम भूमिका निभाता है। किंतु यहां ग्राम पंचायत अनकावाडी सरपंच हबलू साफ तौर पर निर्माण कार्य में सचिव राजकुमार नागवंशी और आरईएस विभाग के इंजीनियर के साथ तालमेल से तकनीकी फंडे का इस्तेमाल कर लाखों रुपए का निर्माण राशि में खेल करने की तैयारी कर चुका जो कि खुले तौर पर सीसी सड़क निर्माण कार्य कामदा कवडे के घर से टू वेल कहो या पूर्व सरपंच के घर तक चल रहे कार्य में किस तरह सामग्री एवं निर्माण बेस में खेल किया जा रहा, तराई किस पक्षी का नाम है, जो कि देखा जा सकता हैं। वही इन दिनों चल रहे सीसी सड़क मार्ग निर्माण को पंचायती राज के सक्षम अधिकारियों को इस समाचार पर किसी प्रकार की शंका कु शंका हों तो तत्काल निर्माण स्थल पर पहुंच कर निरीक्षण कर सकते हैं। जबकि महत्वपूर्ण व्यक्तिव का धनी सरपंच होता हैं, जो ग्राम पंचायत का निर्वाचित मुखिया है, जो की गाँव की गरिमा के साथ ही प्रशासन व विकास के लिए पूरी तरह जिम्मेदार होता है, इसे झुठलाया नहीं जा सकता। वही ग्राम पंचायतों में जिम्मेदारी कि बात करे तो समस्त कार्यों को सुचारू रूप से चलाने और विकास परियोजनाओं की देखरेख करने में अहम किरदार बताया गया, वही इंजीनियर निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की देखरेख के साथ सुनिश्चित करते हैं। किंतु उक्त निर्माण कार्य में एजेंसी निर्धारित मानकों के अनुसार कार्य नहीं करने के पश्चात भी लगातार सीसी सड़क मार्ग निर्माण चल रहा है। अब इसे क्या कहेंगे, जबकि पंचायती राज के नियम की बात करें तो निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सही न मिलने पर संबंधित इंजीनियरों, पंचायत सचिव और सरपंच को जवाबदेह ठहराते हुए उक्त निर्माण कर्ताओ के खिलाफ पंचायती राज अधिनियम के तहत पंचायती राज में बैठे सक्षम अधिकारी द्वारा कार्रवाई हों सकती हैं। अगर प्रशासन निर्माण कार्य या ग्राम विकास पर सरकार की मंशा को गंभीरता से लेते हैं तो, चुकी तैयार किए गए ड्राइंग और अनुमानों को संबंधित अधिकारियों से अनुमोदित करवाना इंजीनियरों का एक महत्वपूर्ण कार्य है, जिसे इनकार नहीं किया जा सकता। उक्त ग्राम पंचायत में प्राय प्राय विगत चार वर्षों मे किए गए निर्माण कार्यों की निष्पक्षता के साथ एक टीम गठित कर जांच की जानी चाहिए। चुके प्रधानमंत्री आवासो से लेकर अन्य निर्माण कार्य में खेला हों चुका है। चुके बड़े बड़े किसानों एवं धन्ना सेठों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्रता घोषित कर प्रधानमंत्री आवास मोटी रकम के चलते निर्माण किए गए, और निर्माण कार्य चल रहे। ग्रामीणों के अनुसार पंचायती जनप्रतिनिधि भी उक्त योजना का पूरा पूरा लाभ लेते दिखाई दे रहे। वही कुछ ग्रामीण मजबूर और मजदूर होने के बाद भी उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना से कोसो दूर रखा गया है।


केशरसिह पालवी
दैनिक बैतूल न्युज
संपादक. 9424615699


