“शिक्षा मंत्रालय कि ओर शिक्षक संवर्ग
ने लक्ष्य निर्धारित किया, जाकीर कि कलम”
“राज्य शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव के नेतृत्व में संघ का प्रतिनिधि मंडल मिला श्रीमती शिल्पा गुप्ता से, श्री उमेश ठाकुर”
“नर्मदापुरम :” राज्य शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष नर्मदापुरम उमेश ठाकुर ने शिक्षा विभाग कि कथनी और करनी को बयान किया। जो कि शिक्षा के प्रति काफी हद तक चिंतित नजर आए। वही श्री ठाकुर का अंदाजे बया भी शिक्षा व अपने दायित्व के प्रति निराला निराला सा दिखा। जैसे “शिक्षक संवर्ग का अभिमान कहता है किसीकी जरूरत नहीं, किंतु अनुभव कहता है शिक्षा मंत्रालय ने शिक्षकों के ऊपर अधिक बोझ डाल दिया जो कि समय कि मांग है, किंतु शिक्षा व छात्रों के भविष्य के क्या” जिस कारण
शिक्षक संवर्ग की ज्वलंत समस्याओं के निराकरण की उठी मांग। ज्वलंत समस्याओं को लेकर राज्य शिक्षक संघ के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव की अगुवाई में लोक शिक्षण विभाग के गरिमामय पद पर विराजमान हैं, जो कि विश्लेषण का उच्च स्तर, संचार की बात करे तो अजूबा अंदाज, भावनात्मक बुद्धिमत्ता व लचीलापन, रचनात्मकता कार्य में तल्लीन, अनुकूलनशीलता से परिपूर्ण श्रीमती शिल्पा गुप्ता आयुक्त लोक शिक्षण से मुलाकात कर शिक्षक संवर्ग की ज्वलंत समस्याओं और मांगों से अवगत कराते हुए प्रांत अध्यक्ष श्री यादव ने आयुक्त श्रीमती शिल्पा गुप्ता से कहा कि शिक्षकों को बड़े पैमाने पर निर्वाचन नामावली कार्य के लिए बीएलओ बनाकर शैक्षणिक कार्य से दूर रखा जा रहा हैं। आगे श्री यादव ने कहा कि कई जिलों मे निर्वाचक नामावली कार्य के लिए एक माह तक शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य से दूर रहने के दिशा निर्देश जारी किए जा रहे है। जिसके चलते शालाओं में शिक्षण व्यवस्था बिगड़ रही हैं, एक ही शाला से कई कई शिक्षकों को निर्वाचन कार्य में लगा दिया गया है। गणित, अंग्रेजी और भौतिक रसायन के शिक्षकों को भी निर्वाचन के कार्य में लगा दिया गया है। जबकि नवंबर माह में अर्द्ध वार्षिक परीक्षा होना है।शिक्षकों के निर्वाचक नामावली में कार्य करने से परीक्षा परिणामों पर प्रतिकूल प्रभाव होगा। श्री यादव ने स्कूल शिक्षा आयुक्त से 2018 में जन जातिय कार्य विभाग से स्कूल शिक्षा विभाग में स्थानांतरण होकर आए शिक्षकों की समस्या से अवगत करते हुए कहा की उस समय अध्यापक होकर ये शिक्षक स्थानीय निकाय के कर्मचारी थे, तो इनका संविलियन विभाग में हो गया था, लेकिन 2019 में जब शिक्षक संवर्ग के आदेश जारी हुए तो कई शिक्षकों के संविलियन आदेश जनजाति कार्य विभाग ने जारी कर दिए। श्री यादव ने जनजाति कार्य विभाग के आदेश को निरस्त कर स्कूल शिक्षा विभाग से आदेश जारी करने की बात कही। श्री यादव ने श्रीमती गुप्ता से प्रदेश की सभी कन्या हाई स्कूल और हाई सेकेंडरी शालाओं में पात्र महिला शिक्षकों को प्रभारी प्राचार्य का प्रभार अनिवार्य रूप से दिए जाने की मांग की है। ताकि कन्या शालाओं की शैक्षणिक व्यवस्था के साथ ही उनकी आंतरिक व्यवस्था में भी बेहतर सुधार हो। श्री यादव ने ई अटेंडेंस व्यवस्था की अनिवार्यता को समाप्त करने, ऐसे शिक्षक जो आज भी 2.0 पोर्टल पर ही शो हो रहे उन्हें 3.0 पर प्रदर्शित करने और अतिथि शिक्षकों की विभिन्न ज्वलंत समस्या ओं और मांगों से आयुक्त श्रीमती शिल्पा गुप्ता को अवगत कराया।श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने सभी मांगों के त्वरित निराकरण की बात कही। मांगों से संबंधित ज्ञापन कर्ता संघ के प्रदेश सचिव संजय सेन इंदौर जिलाध्यक्ष, बंटी बैरागी, रवि वर्मा, अविनेश शर्मा, भारत सिंह पंवार आदि संघ पदाधिकारी उपस्थित थे।

केशरसिह पालवी
दैनिक बैतूल न्युज
संपादक. 9424615699


